गुजरात स्थित राजकोट नागरिक सहकारी बैंक ने हाल ही में अपनी 68वीं वार्षिक आम बैठक का आयोजन किया। इस मौके पर आरबीआई केंद्रीय बोर्ड के निदेशक सतीश मराठे और गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात के आरएसएस क्षेत्रीय कार्यवाहा बालासाहेब चौधरी समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
वित्त वर्ष 2021-22 में, बैंक ने 8,300 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हासिल किया और 81.25 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया।
उक्त वित्त वर्ष के दौरान बैंक ने सभी वित्तीय मानकों पर अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन अग्रिम के क्षेत्र में थोड़ी गिरावट दर्ज की है। इसके अलावा, बैंक का नेट एनपीए ‘शून्य’ हो गया है।
2021-22 वित्त वर्ष में बैंक का जमा आधार 5,139 करोड़ रुपये (2020-21) से बढ़कर 5,295 करोड़ रुपये हो गया, जबकि अग्रिम 31 मार्च 2022 तक 3,135 करोड़ रुपये से घटकर 3,009 करोड़ रुपये हो गई।
बैंक की वित्तीय रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए मराठे ने फेसबुक पर लिखा, “ऐसे समय में जब कई शहरी सहकारी बैंक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, वहीं वित्त 2021-22 में राजकोट नागरिक सहकारी बैंक का प्रदर्शन शानदार रहा है।”
उन्होंने कहा, “बहुत समय पहले, मुझे बैंक के बोर्ड में निदेशक के रूप में शामिल किया गया था। इस बैंक के साथ मेरा जुड़ाव 35 साल से अधिक का है।”
वित्त वर्ष 2021-22 में बैंक ने 81.25 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया। इससे पहले यानी 2020-21 में यह 73.30 करोड़ रुपये था। बैंक की कुल सदस्यता 3.11 लाख से अधिक है। बैंक का सीआरएआर 31 मार्च 2022 तक 18.41% रहा।
वित्तीय वर्ष 2021-22 के अंत तक बैंक की 38 शाखाओं में से 21 शाखाओं और बैंक के प्रधान कार्यालय में सोलर प्लांट स्थापित किया गया।
बैंक ने वर्ष 2021-22 के लिए 18% लाभांश का प्रस्ताव रखा।
बैठक में बैंक के अध्यक्ष शैलेशभाई ठाकर, निदेशक ज्योतिंद्र मेहता और बैंक के शेयरधारकों सहित अन्य लोगों ने भाग लिया।