गुजरात स्थित साबरकांठा जिला केंद्रीय सहकारी बैंक ने वित्त वर्ष 2021-22 में 4500 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हासिल किया और 502 पैक्स समितियों को कंप्यूटर प्रदान किये।
वित्त वर्ष 2021-22 में बैंक का कुल कारोबार 3,843 करोड़ रुपये (2020-21) से बढ़कर 4,520 करोड़ रुपये हो गया। वहीं जमा आधार 2,478 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,022 करोड़ रुपये हो गया, जबकि 2021-22 वित्त वर्ष में ऋण और अग्रिम 1,365 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,498 करोड़ रुपये हो गई।
बैंक का 31 मार्च 2022 तक सकल एनपीए 2.07 प्रतिशत रहा। गौरतलब है कि कई सालों से बैंक का नेट एनपीए ‘जीरो’ है।
भारतीय सहकारिता से बात करते हुए बैंक के अध्यक्ष और अनुभवी सहकारी नेता महेश पटेल ने कहा, “हम बैंक को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। जब से मैं बैंक का अध्यक्ष बना हूं, यह विकास पथ पर है और साल दर साल अच्छा मुनाफा कमा रहा है। यह केवल प्रबंधन और बोर्ड के अन्य सदस्यों के समर्थन से ही संभव हुआ है।
“हमारा बैंक 1959 से साबरकांठा और अरावली जिले में बैंकिंग सेवाएं मुहैया कराने में प्रमुख भूमिका निभा रहा है। बैंक की इन दो जिलों में 131 शाखाएं हैं। 31 मार्च 2022 तक बैंक का शुद्ध लाभ 11.50 करोड़ रुपये (2020-21) से बढ़ाकर 12.50 करोड़ रुपये हो गया। बैंक की कुल संपत्ति 153 करोड़ रुपये है।
इसके अलावा, बैंक ने 83,384 केसीसी उधारकर्ताओं को रूपे केसीसी कार्ड प्रदान किये हैं और 2021-22 वित्तीय वर्ष के दौरान 4025 ग्रामीण कारीगरों को 26 करोड़ रुपये का ऋण स्वीकृत किया है।
बैंक ने पैक्स सचिवों के लिए वसूली प्रोत्साहन योजना भी लागू की है और उक्त वित्त वर्ष के दौरान 378 पैक्स को 46.21 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई।
बैंक ने अपने सदस्यों को वर्ष 2021-22 के लिए 12 प्रतिशत लाभांश वितरित किया है।