महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित प्रेरणा ग्रामीण बिगरशेती को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी किसानों के लिए गोदाम और कोल्ड स्टोरेज बनाने की योजना बना रही है।
भारतीय सहकारिता से बात करते हुये संस्था के अध्यक्ष सुरेश वाबल ने कहा, “हम विकास पथ पर हैं और साल दर साल हमारे कारोबार में वृद्धि हो रही है। हम किसानों और स्थानीय ग्रामीणों की वित्तीय जरूरतों को सर्वोत्तम तरीके से पूरा करने में प्रयासरत हैं।”
“हम वंबोरी, गुहा गांव और राहुरी तालुका में 1,000 मीट्रिक टन की क्षमता वाले गोदाम और कोल्ड स्टोरेज का निर्माण करेंगे। हमारा यहां किसानों के लिए पर्याप्त गोदाम की सुविधा नहीं है, अगर हम ऐसा करने में सक्षम होते हैं तो यह किसानों के लिए बड़ी राहत होगी”, उन्होंने फोन पर इस संवाददाता से बातचीत में कहा।
प्रेरणा ग्रामीण बिगरशेती को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी की स्थापना 1993 में हुई थी और वर्तमान में इस संस्था का जमा आधार 59 करोड़ रुपये से अधिक का है और लगभग 70 करोड़ रुपये की कार्यशील शेयर पूंजी है। पिछले वित्तीय वर्ष यानी 2021-22 में सोसायटी ने 85 लाख रुपये का शुद्ध लाभ कमाया।
वाबल ने आगे कहा, ‘हमारी कुल 6 शाखाएं है लेकिन हम निकट भविष्य में इसका विस्तार करने की योजना बना रहे हैं। हमारी सभी शाखाएं कोर बैंकिंग प्रणाली से सुसज्जित हैं। हम माइक्रो एटीएम, इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, आरटीजीएस, एनईएफटी, आईएमपीएस सुविधा भी प्रदान कर रहे हैं।
“हम राहुरी शाखा के माध्यम से ग्राहकों को लॉकर सुविधा भी दे रहे हैं। हम पर्सनल लोन, हाउसिंग लोन, बिजनेस ग्रोथ कैश क्रेडिट लोन, ऑटो लोन डिपॉजिट लोन, गोल्ड लेंडिंग लोन, एजुकेशनल लोन समेत अन्य सुविधाएं अपने ग्राहकों को मुहैया करा रहे हैं”, संस्था के अध्यक्ष ने कहा।
सुरेश वाबल के नेतृत्व में हाल ही में एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली का दौरा किया और अगले महीने शिरडी, महाराष्ट्र में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय सहकारी सम्मेलन में केंद्रीय रजिस्ट्रार को आमंत्रित करने के लिए उनसे मुलाकात की।
सहकार भारती के संस्थापक सदस्य और आरबीआई सेंट्रल बोर्ड के निदेशक सतीश मराठे ने भी नवीनतम तकनीक को अपनाने के लिए संस्था की सराहना की थी।