देशभर के विभिन्न हिस्सों में फैली इफको की इकाइयों ने नवंबर 2022 के लिए निर्धारित उत्पादन लक्ष्य को पार किया है।
पाठकों को याद होगा कि हाल ही में इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (इफको) को दुनिया की शीर्ष 300 सहकारी संस्थाओं में पहला स्थान मिला था।यह रैंकिंग प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पर कारोबार के अनुपात पर आधारित है।
इस उपलब्धि के लिए इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने सभी इकाइयों के हेड को बधाई दी। गुजरात में स्थित इफको की कलोल इकाई के काम की सराहना करते हुए, अवस्थी ने नवंबर 2022 के महीने के लिए अमोनिया और यूरिया के उत्पादन लक्ष्यों को पार करने के लिए इस इकाई के प्रमुख डीजी इनामदार और उनकी टीम को बधाई दी।
इफको आंवला ने भी अपने मासिक लक्ष्यों को पार किया है। अपने बधाई संदेश में, इफको के एमडी ने ट्वीट किया, “#इफको #आंवला यूनिट @राकेशपुरी123 और पूरी टीम को #नवंबर 2022 महीने के लिए #अमोनिया और #यूरिया उर्वरकों के उत्पादन और प्रेषण लक्ष्यों को पार करने के लिए बधाई।” बताते चलें कि इफको आंवला इस महीने से नैनो यूरिया का उत्पादन शुरू करेगा।
इसी तरह अवस्थी ने इफको की पारादीप और कांडला इकाइयों के प्रमुखों को भी बधाई दी।
अगर इफको की पारादीप इकाई ने डीएपी उर्वरक उत्पादन लक्ष्यों को प्राप्त किया तो कांडला इकाई ने एनपीके, डीएपी के लिए नवंबर 2022 के महीने के मासिक उत्पादन लक्ष्यों को पार किया।
वर्तमान में इफको नैनो यूरिया पर भारतीय किसानों को प्रशिक्षित करने में जुटी है। देश भर में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें इफको के अधिकारियों को किसानों को प्रशिक्षण देते हुये देखा जा सकता है।
एक ट्वीट में अवस्थी ने लिखा, #इफको नैनो यूरिया को इस्तेमाल करना बेहद आसान है।आइये हम जानते हैं इफको के कृषि विशेषज्ञों से की कैसे हमारे किसान भाई नैनो यूरिया का प्रयोग एक स्प्रेयर के द्वारा कर सकते हैं। आप भी जानिये और अपने मित्र किसानों को भी बताइये।”
इसके अलावा, नैनो यूरिया के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए इफको की मोबाइल वैन भी गांवों में घूम रही है।