लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने चित्तौड़गढ़ लोकसभा सांसद चंद्र प्रकाश जोशी को बहु-राज्य सहकारी सोसाइटी (संशोधन) विधेयक, 2022 के लिए बनी संसद की संयुक्त समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है।
पाठकों को याद होगा कि संसद के शीत कालीन सत्र के दौरान बहु-राज्य सहकारी सोसाइटी (संशोधन) विधेयक, 2022 को लोक सभा में पेश किया गया था। बाद में, केंद्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में इस विधेयक को संयुक्त समिति के विचारार्थ भेजने का प्रस्ताव रखा था, जिसे सदन ने मंजूरी दी थी।
इस समिति में लोकसभा के 21 सदस्य और राज्य सभा के 10 सदस्य शामिल हैं।
लोकसभा सदस्यों में चंद्र प्रकाश जोशी, जगदंबिका पाल, परबतभाई सावाभाई पटेल, पूनमबेन हेमतभाई मादाम, रामदास चंद्रभानजी तदास, आई अन्नासाहेब शंकर जोले, डॉ. निशिकांत दुबे, श्रीमती। सुनीता दुग्गल, बृजेंद्र सिंह, श्रीमती। जसकौर मीन, राम कृपाल यादव, डॉ ढाल सिंह बिसेन, सुरेश कोडिकुन्निल, मनीष तिवारी, श्रीमती। कनिमोझी करुणानिधि, कल्याण बनर्जी, कृष्णदेवराय लवू, हेमंत श्रीराम पाटिल, दुलाल चंद्र गोस्वामी, चंद्र शेखर साहू और गिरीश चंद्र का नाम शामिल हैं।
वहीं राज्यसभा सदस्यों में घनश्याम तिवारी, सुरेंद्र सिंह नागर, धनंजय भीमराव महादिक, राम चंदर जांगड़ा, श्रीमती रजनी, अशोकराव पाटिल, सुखेंदु शेखर रे, एन. आर. एलंगो, विक्रमजीत सिंह साहनी, सुजीत कुमार, एस निरंजन रेड्डी का नाम शामिल हैं।
नियमानुसार यह संसदीय संयुक्त समिति अपनी विस्तृत रिपोर्ट लोक सभा के पटल पर आगामी बजट सत्र 2023 में रखेगी।
गौरतलब है कि जब 7 दिसंबर 2022 को लोकसभा में बिल पेश किया गया था, तब विपक्षी पार्टी के कई नेताओं ने बिल का विरोध किया था और इसे सहकारिता विरोधी बताया था।