शामल पटेल को एक बार फिर गुजरात मिल्क मार्केटिंग कोऑपरेटिव फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) के अध्यक्ष के रूप में मंगलवार को सर्वसम्मति से चुना गया है। वहीं वमलजी हम्बल पुनः उपाध्यक्ष चुने गये है।
जीसीएमएमएफ में पटेल साबरकांठा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ (सबर डेयरी) का प्रतिनिधित्व करते हैं जबकि हम्बल कच्छ डेयरी का करते हैं।
अमूल का चुनाव 24 जुलाई 2022 को पांच साल के लिए हुआ था, लेकिन गुजरात राज्य सहकारी अधिनियम के अनुसार अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव हर ढाई साल के बाद होना होता है।
इस अवसर पर जीसीएमएमएफ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने कहा कि डॉ वी कुरियन द्वारा स्थापित फेडरेशन जैसी संस्था का नेतृत्व करना बड़े सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि श्री त्रिभुवनदास पटेल और डॉ वर्गीज कुरियन जैसे संस्थापकों द्वारा स्थापित उच्च मूल्यों और मानकों के कारण गुजरात की डेयरी सहकारी समितियां पिछले 7 दशकों से विकास की राह पर है।
जीसीएमएमएफ के वाइस चेयरमैन वामलजी हम्बल ने कहा कि देश भर में अमूल मॉडल की प्रतिकृति के कारण भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बन गया है। जीसीएमएमएफ सहकारी आंदोलन को मजबूत करने के लिए सभी के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगी और जरूरत पड़ने पर अन्य राज्यों के दुग्ध उत्पादकों को भी समर्थन देगी।
आणंद के डिप्टी कलेक्टर ने राज्य में अपने जिला दुग्ध संघों का प्रतिनिधित्व करने वाले 18 सदस्यों में से 17 की उपस्थिति में चुनाव कराया। पटेल के नाम का प्रस्ताव मेहसाणा दुग्ध संघ के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने रखा और कायरा दुग्ध संघ के अध्यक्ष रामसिंह परमार और जीसीएमएमएफ के अन्य सदस्य संघों ने इसका समर्थन किया।
जीसीएमएमएफ भारत का सबसे बड़ा खाद्य उत्पाद संगठन है, जिसका पिछले वित्त वर्ष के दौरान वार्षिक बिक्री कारोबार 46,481 करोड़ रुपये था। वर्तमान में, अमूल के सदस्य संघ राज्य के 18,154 गांवों में 36 लाख दुग्ध उत्पादकों से प्रतिदिन औसतन 264 लाख लीटर दूध खरीदते हैं।
इस बीच, यह पता चला कि जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक (एमडी) के रूप में जयन मेहता की उम्मीदवारी का फैसला अगली बोर्ड बैठक में किया जाएगा।