उत्तर प्रदेश के लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में ‘एमएसएमई और सहकारिता का सशक्तिकरण’ पर आयोजित सत्र को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि सहकारिता और एमएसएमई क्षेत्र सबसे अधिक रोजगार देने की क्षमता रखता है।
शाह ने कहा कि कोऑपरेटिव के क्षेत्र में भी उत्तर प्रदेश में अपार संभावनाएं हैं। उत्तर प्रदेश खाद्यान्न का सबसे बड़ा उत्पादक है, एग्रीकल्चर के लिए सबसे ज्यादा भूमि उत्तर प्रदेश के पास है, सबसे मेहनतकश किसान भी उत्तर प्रदेश में हैं और सबसे ज़्यादा मात्रा में पानी भी उत्तर प्रदेश के पास है। इन सभी चीजों से एग्रो बेस्ड इंडस्ट्री, कोऑपरेटिव और डेयरी, विशेषकर कोऑपरेटिव डेयरी की अपार संभावनाएं उत्तर प्रदेश में हैं।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आजादी के 75 साल के बाद पहली बार सहकारिता मंत्रालय का गठन करने का काम किया।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पैक्स के कंप्यूटराइजेशन करने का फैसला किया, मल्टीपर्पज़ पैक्स बनाने के लिए इसके मॉड्यूल बाइलॉज बना दिए हैं, कॉमन सर्विस सेंटर, यानी, सीएससी को पैक्स के लिए परमिट कर दिया, गैप्स ढूंढने के लिए नेशनल कोऑपरेटिव डेटाबेस बनाया, राष्ट्रीय सहकार नीति बन रही है।
इसके साथ साथ क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट में सदस्यता ऋणदाता संस्थान भी बना दिया, GEM पोर्टल पर कोऑपरेटिव्स को खरीदी की छूट दे दी, मैट 18% से घटाकर 15% किया, आयकर अधिनियम में भी बहुत सारी राहतें दी हैं, कोऑपरेटिव चीनी मिल को इनकम टैक्स में रियायतें दी और तीन नई मल्टीस्टेट को कोऑपरेटिव्स बनाई है। एक छोटे किसान को बीज के उत्पादन से जोड़ेगी, दूसरी ऑर्गेनिक प्रोडक्ट की मार्केटिंग की पूरी व्यवस्था करेगी और तीसरी, एग्रीकल्चर उत्पाद के निर्यात के लिए भी काम करेगी।
उन्होंने कहा कि सहकारिता क्षेत्र को मज़बूत करने और इसके विस्तार के लिए आने वाले दिनों में वह देशभर का दौरा करेंगे।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पूरे देश के सभी राज्यों के इंडस्ट्रियलिस्ट्स और दुनिया के भी इंडस्ट्रियलिस्ट्स लखनऊ आए हैं। उन्होंने कहा कि वातावरण में आए इस सुधार से उत्तर प्रदेश को तो निश्चित रूप से फायदा होगा, राज्य के युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी, उत्तर प्रदेश के युवा उद्यमियों के लिए बहुत बड़ा वैश्विक प्लेटफार्म बनेगा।
इसके साथ-साथ उत्तर प्रदेश के विकास के माध्यम से भारत के विकास को भी गति मिलेगी और प्रधानमंत्री मोदी का 5 ट्रिलियन इकोनामी के स्वप्न को हम बहुत अच्छे तरीके से पूरा कर पाएंगे।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य लोग उपस्थित थे।