उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 98.08 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया, जो पिछले दस वर्षों में सबसे अधिक है। इससे पहले यानी 2021-22 में शुद्ध लाभ 4.91 करोड़ रुपए था।
इसके अलावा, बैंक ने वित्त वर्ष 2022-23 में लगभग 13,000 लाभार्थियों को 270.67 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया है। यूपी सहकारी ग्राम विकास बैंक ने उक्त वित्त वर्ष में 774 करोड़ रुपये की वसूली की, जो गत वर्ष से 178 करोड़ रुपये अधिक है।
इस बीच, भारतीय सहकारिता संवाददाता से बात करते हुए, बैंक के एमडी श्री आर के कुलश्रेष्ठ ने कहा, “हमने वित्त वर्ष 2022-23 में सभी वित्तीय मापदंडों पर अच्छा प्रदर्शन किया है और भविष्य में भी बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रहे हैं। हम इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए राज्य के सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, राज्य सहकारिता सचिव बीएल मीणा, बैंक के अध्यक्ष संतराज यादव और बैंक से जुड़े अन्य हितधारकों के भी आभारी हैं।”
बैंक राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम (एनपीसीएफडीसी) और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम (एनएसएफडीसी) के पात्र सदस्यों को 3.50 से 6.00 प्रतिशत की दर से ऋण प्रदान कर रहा है। अब तक, बैंक ने 1972 पात्र लाभार्थियों को 41 करोड़ रुपये से अधिक का वितरण किया है।
उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन ने पिछले साल नवंबर में बैंक को राज्य प्रशिक्षण प्रदाता के रूप में नामित किया था। बैंक कृषि उद्यमियों को शासकीय बजट से प्रशिक्षण देगा और उनको प्रोजेक्ट में फाइनेंसिंग भी करेगा, जिससे कृषि उद्यमियों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।
बैंक के प्रबंध निदेशक के नेतृत्व में बैंक अधिकारियों की एक टीम ने बैंक के शानदार प्रदर्शन के लिए उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौड़ का अभिनंदन किया। बैंक की जीएम अरुणाक्षी मिश्रा, डॉ. श्रद्धा करण सहित अन्य अधिकारी इस मौके पर उपस्थित थे।
पाठकों को याद होगा कि बैंक की 42वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बैंक के प्रयासों की सराहना की थी।