लोकमान्य बहुउद्देशीय सहकारी समिति के पुणे (महाराष्ट्र) में नए प्रधान कार्यालय का उद्घाटन करते हुए, बिहार के गवर्नर राजेंद्र आर्लेकर ने सोसायटी के कामकाज की प्रशंसा की और कहा कि इस समिति ने लोगों का विश्वास जीता है।
उन्होंने कहा कि लोकमान्य सोसायटी को राष्ट्रीय स्तर पर अपने नेटवर्क का विस्तार करना चाहिए। “मैंने ‘लोकमान्य सोसायटी’ की प्रगति को बहुत करीब से देखा है। कोरोना के समय में भी समिति ने हर पहलू पर अच्छा काम किया था। सोसायटी न केवल वित्तीय संबंधी गतिविधियों में सक्रिय है बल्कि सामाजिक कार्य भी कर रही है”, उन्होंने कहा।
बिहार के गवर्नर ने कहा, “लोकमान्य सोसायटी’ के मुख्य कार्यालय का संचालन अब नए कार्यालय से होगा और मैं इसके लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।”
आर्लेकर ने लोकमान्य समिति के संस्थापक अध्यक्ष किरण ठाकुर की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके समर्पित प्रयासों के कारण समिति विकास की नई बुलंदियों को छू रही है।
लोकमान्य सोसायटी के संस्थापक अध्यक्ष किरण ठाकुर ने अपने उद्बोधन में संस्था की वित्तीय प्रगति पर प्रकाश डाला।
अपने संबोधन में डॉ. जी.बी. डेगलुरकर ने कहा, ‘लोकमान्य समिति 213 शाखाओं के माध्यम से लोगों को सेवाएं प्रदान कर रहा है। संस्था के संस्थापक अध्यक्ष ईमानदारी और निष्ठा के साथ काम कर रहे हैं।
इस अवसर पर संस्कृत पं. वसंतराव गाडगिल, महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक के प्रशासक डॉ. विद्याधर अनास्कर, संस्थापक-अध्यक्ष ‘लोकमान्य बहुउद्देशीय सहकारी समिति’ किरण ठाकुर, निदेशक प्रसाद ठाकुर, पुणे जोनल प्रमुख सुशील जाधव, मुख्य वित्तीय अधिकारी वीर सिंह भोंसले समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
इस मौके पर लोकमान्य पुणे जोनल प्रमुख सुशील जाधव ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।
बता दें कि लोकमान्य सोसायटी ने अपने मुख्य कार्यालय को कर्नाटक से पुणे में स्थानांतरित कर दिया है और इसे लॉ कॉलेज रोड, पुणे में स्थापित किया गया है।