पैक्स के हित में शुरू की गई प्रमुख पहलों के बारे में जानकारी प्रसारित करने में केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।
पिछले सप्ताह, केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय के उप सचिव कपिल मीणा ने राजस्थान के जयपुर और टोंक जिलों की चार से अधिक ग्राम सेवा सहकारी समितियों का दौरा किया और उनकी कार्यप्रणाली का जायजा लिया।
मीणा ने अपने जयपुर दौरे के दौरान राजस्थान राज्य सहकारी बैंक, जयपुर जिला सहकारी बैंक, जयपुर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ समेत अन्य सहकारी संस्थानों का भी दौरा किया।
इस मौके पर सहकारी संस्थाओं के पदाधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। मीणा ने सचिव सहकारिता विभाग श्रीमती श्रेया गुहा से भी मुलाकात की।
भारतीयसहकारिता संवाददाता से बात करते हुए मीणा ने कहा, “यह एक सार्थक यात्रा थी और मैंने जयपुर में सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। मैंने हाथोज ग्राम सेवा सहकारी समिति, देवली ग्राम सेवा सहकारी समिति समेत अन्य संस्थानों का दौरा किया। मुझे यह जानकर अत्यंत प्रसन्नता हुई कि पैक्स केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय द्वारा शुरू की गई विभिन्न पहलों का लाभ उठा रही हैं।”
“जयपुर और अन्य जिलों के पैक्सों को कम्प्यूटरीकृत किया जा रहा है। उनमें से कुछ समितियां कॉमन सर्विस सेंटर के रूप में कार्य कर रही हैं वहीं कई ने जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदन किया है। इसके अलावा, अधिकारियों ने मुझे बताया कि पैक्स ने पेट्रोल पंप खोलने के लिए भी फॉर्म भरा है”, उन्होंने फोन पर कहा।
पाठकों को याद होगा कि पैक्स समितियों को सुदृढ बनाने के लिए केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय द्वारा नई पहल शुरू की गई हैं। इन पहलों का उद्देश्य पंचायत स्तर पर पैक्स को आर्थिक रूप से जीवंत संस्था बनाना है। उल्लेखनीय है कि बजट में अगले पांच वर्षों में 2 लाख पैक्स बनाने और हर पंचायत में एक बहुउद्देशीय पैक्स बनाने का प्रावधान किया गया है।