दिल्ली नागरिक सहकारी बैंक ने वित्त वर्ष 2022-23 में 13.24 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है। इसका खुलासा बैंक की पिछले सप्ताह आयोजित 34वीं वार्षिक आम बैठक के दौरान किया गया। बता दें कि बैंक 2015 से एसएएफ के अधीन है।
बैंक घाटे में होने के बावजूद भी शिक्षा कोष में योगदान दे रहा है, जिसका रखरखाव दिल्ली सहकारी रजिस्ट्रार द्वारा किया जाता है। वित्त वर्ष 2022-23 में भी बैंक ने शिक्षा निधि में 50,000 रुपये का योगदान दिया है।
31 मार्च 2023 तक बैंक का जमा आधार 411.87 करोड़ रुपये (2021-22) से घटकर 379.59 करोड़ रुपये हो गया, वहीं अग्रिम वित्त वर्ष 2021-22 में 60.75 करोड़ रुपये से बढ़कर 2022-23 वित्त वर्ष में 89.24 करोड़ रुपये हो गई।
वित्त वर्ष 2022-23 में बैंक का शुद्ध एनपीए 7.69 प्रतिशत से घटकर 1.04 प्रतिशत हो गया। बैंक की दिल्ली में 12 शाखाएं हैं।