श्री राजेश ने आक्यापालम के एक सहकारी बैंक से सोने के गहने की सुरक्षा गारंटी के बदले 30,000 रूपए का ऋण लिया था वह तब स्तब्ध रह गए जब बैंक ने उन्हे ऋण के पुनर्भुगतान पर नकली गहने वापस दिए।
इसका पता उन्हें तब चला जब वह इसी बैंक से फिर से ऋण के लिए जमानत के रूप में उन्ही गहने को बैंक को देने गया तब बैंक ने उसे ऋण देने से साफ इनकार कर दिया, क्योंकि गहने नकली थे।
बैंक के इस व्यवहार से राजेश ने स्थानीय पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई है।
सहकारी बैंक द्वारा की गई इस धोखाधडी पर पूरे आक्यापालम मे लोगों के बीच जोर शोर से चर्चा होने कि खबर है।