वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से नैनो और पारंपरिक यूरिया का एक साथ इस्तेमाल नहीं करने का आह्वान किया।
उन्होंने सतर्क और टिकाऊ कृषि पद्धतियों की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए इस बात पर जोर दिया कि इन उर्वरकों का एक साथ उपयोग मिट्टी की उर्वरता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और स्थानीय स्तर के प्रतिनिधियों के साथ देश भर से विकसित भारत संकल्प यात्रा के हजारों लाभार्थी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री ने किसानों को उर्वरक के उपयोग को नियंत्रित करने की सलाह दी। प्रधानमंत्री ने किसानों से विशेष अनुरोध करते हुए कहा, ”मैं देश के किसानों से अनुरोध करता हूं कि वे पारंपरिक यूरिया और नैनो यूरिया का एक साथ इस्तेमाल न करें। जहां भी उपलब्ध हो, नैनो यूरिया का उपयोग करें।”
समावेशी विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए उन्होंने आश्वासन दिया कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से जुड़ी योजनाएं हर व्यक्ति तक पहुंचेंगी। इसके अतिरिक्त, उन्होंने प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) को मजबूत करने के बारे में भी उल्लेख किया।
आंध्र प्रदेश के नंदयाला के 102 साल पुराने सहकारी समूह के सदस्य सईद ख्वाजा मुइहुद्दीन ने प्रधानमंत्री को सरकार की पहल के सकारात्मक प्रभाव के बारे में बताया।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि नाबार्ड ने कृषि बुनियादी ढांचा योजना के तहत तीन करोड़ रुपये का ऋण दिया, जिससे पांच गोदामों का निर्माण संभव हो सका। इस पहल से किसानों के लिए इलेक्ट्रॉनिक परक्राम्य गोदाम रसीदों की सुविधा उपलब्ध हुई, जिससे उन्हें कम ब्याज वाले ऋण प्राप्त करने और बहुउद्देशीय सुविधा केंद्र के माध्यम से ई-मंडियों और ई-नाम से जुड़ने की अनुमति मिली।
संबोधन का समापन करते हुए प्रधानमंत्री ने स्थानीय प्रशासन सहित वीबीएसवाई शो चलाने वाली टीम के प्रयासों की सराहना की, जो पूरे समर्पण के साथ अपने काम में लगे हुए हैं। पीएम मोदी ने निष्कर्ष निकाला, “इसी भावना के साथ, हमें भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।”
प्रधानमंत्री की अपील का जवाब देते हुए, इफको के अध्यक्ष दिलीपभाई संघानी और प्रबंध निदेशक डॉ. यू.एस.अवस्थी ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट किया। संघानी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ”विकसित भारत संकल्प यात्रा में देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रभाई मोदी जी ने अपने संबोधन में नैनो यूरिया का उपयोग करने की अपील सुनके, उनका व्यवहारमे कार्यान्वयन करने के लिए में सबको अनुरोध करता हूं।”