गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने पिछले सप्ताह गुरुवार को सूरत जिले के कामरेज तालुका के नवी पारदी गांव में सूरत जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ (सुमुल डेयरी) के आइसक्रीम कोन संयंत्र का उद्घाटन किया।
यह भारत की पहली सहकारी संस्था है, जिसने आइसक्रीम कोन बनाने की इकाई स्थापित की है। प्लांट की क्षमता प्रतिदिन 4 लाख आइसक्रीम कोन बनाने की होगी।
बता दें कि अमूल ब्रांड नाम के तहत अपने उत्पाद बेचने वाली जीसीएमएमएफ को सालाना लगभग 40 करोड़ आइसक्रीम कोन की आवश्यकता होती है। वर्तमान में, जीसीएमएमएफ निजी निर्माताओं से आइसक्रीम कोन खरीद कर रहा है लेकिन सुमुल डेयरी का नवगठित कोन संयंत्र इस संदर्भ में गेम चेंजर साबित होगा।
सुमुल डेयरी के प्रयासों की सराहना करते हुए सी आर पाटिल ने कहा, “जहां तक डेयरी उद्योग की बात है सुमुल डेयरी का योगदान बहुत महत्वपूर्ण है। सुमुल डेयरी सूरत जिले के पशुपालकों को उनके दूध के अच्छे दाम उपलब्ध कराकर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का काम कर रही है। डेयरी प्रतिदिन 27 लाख लीटर दूध एकत्र करती है, जिसमें से 80 प्रतिशत आदिवासी क्षेत्रों से आता है”, उन्होंने कहा।
“आइसक्रीम कोन विनिर्माण संयंत्र स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा। सुमुल डेयरी राज्य के विकास के साथ-साथ इससे जुड़े लोगों के आर्थिक उत्थान में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है”, पाटिल ने कहा।
बनास डेयरी के अध्यक्ष और गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकरभाई चौधरी ने अपने भाषण में कहा, “राज्य में सहकारी डेयरियां निजी संगठनों से आइसक्रीम कोन खरीदती हैं, लेकिन अब सुमुल की नव विकसित कोन बनाने की इकाई उन्हें इस समस्या से उबरने में मदद करेगी।”
उन्होंने डेयरी क्षेत्र के प्रतिभागियों से आग्रह किया कि उन्हें लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी मुहैया करानी चाहिए।
सुमुल डेयरी के अध्यक्ष मानसिंहभाई पटेल ने सुमुल डेयरी की उपलब्धियों की जानकारी दी और डेयरी किसानों को मजबूत करने में सुमुल डेयरी के प्रयासों की सराहना की।
इस अवसर पर गुजरात के सहकारिता मंत्री जगदीश विश्वकर्मा, वित्त मंत्री कनुभाई देसाई, मुकेशभाई पटेल, सांसद प्रभुभाई वसावा, सुमुल डेयरी के अध्यक्ष मानसिंह पटेल, राजू पाठक, एमडी अरुणभाई पुरोहित, भवानीबेन पटेल, निदेशक मंडल, डेयरी किसान समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना के तहत सुमुल डेयरी को अपने आइसक्रीम प्लांट के विस्तार के लिए 2.51 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन दिया है।