उत्तर प्रदेश राज्य सहकारी बैंक ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 72.87 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया और 25,000 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हासिल किया।
बैंक का कुल कारोबार 21,564.40 करोड़ रुपये (2022-23) से बढ़कर 25,447.32 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2023-24 में बैंक का जमा आधार और ऋण क्रमशः: 11,414 करोड़ रुपये और 14,031 करोड़ रुपये रहा।
पिछले वित्त वर्ष की तरह इस वित्त वर्ष भी बैंक का शुद्ध एनपीए ‘शून्य’ रहा। 2023-24 वित्त वर्ष में बैंक ने अपने खुदरा ऋण पोर्टफोलियो में 100 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो 105.55 करोड़ रुपये से बढ़कर 211.58 करोड़ रुपये हो गया।
बैंक के इस उपलब्धि पर राज्य के सहकारिता मंत्री जे पी एस राठौर ने कहा, “अत्यन्त हर्ष हो रहा है कि उत्तर प्रदेश राज्य सहकारी बैंक ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है।”
उन्होंने कहा, “प्रदेश के 50 जिला सहकारी बैंकों में से 44 जिला सहकारी बैंक लाभ में हैं, जबकि गत वित्तीय वर्ष में यह संख्या 39 थी। साथ ही 16 नवीन लाइसेंस प्राप्त जिला सहकारी बैंकों में से 14 बैंक लाभ पर आ चुके हैं।”
“इन जिला सहकारी बैंकों का कुल व्यवसाय वित्तीय वर्ष 2022-23 में रू0 35,317.15 करोड़ के सापेक्ष वित्तीय वर्ष 2023-24 में 12.70 प्रतिशत वृद्धि के साथ रू0 39797.89 करोड़ रहा। उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक एवं प्रदेश के जिला सहकारी बैंकों का कुल व्यवसाय गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में रू0 56,881.55 करोड़ के सापेक्ष वित्तीय वर्ष 2023-24 में 14.70 प्रतिशत वृद्धि के साथ रू0 65,245.21 रहा”, उन्होंने कहा।
सहकारिता मंत्री ने उत्तर प्रदेश राज्य सहकारी बैंक एवं जिला सहकारी बैंकों के शीर्ष प्रबन्धन एवं कर्मचारियों के सार्थक प्रयासों की सराहना करते हुए बैंकों के सम्मानित ग्राहकों और किसानों द्वारा सहकारी बैंकों पर विश्वास बनाये रखने पर धन्यवाद एवं आभार व्यक्त करते हुए प्रदेश की जनता से अधिकाधिक सहकारी बैंकों से जुड़ने का आग्रह भी किया गया।
राठौर ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में सहकारी बैंकों द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।