मध्य प्रदेश की सहकारी समितियों द्वारा किसानों से खरीदे गए 4.80 लाख क्विंटल गेहूं को वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन ने खराब गुणवत्ता के आधार पर रिजेक्ट कर दिया है, एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक।
बताया जा रहा है कि इससे किसानों के 115 करोड़ रुपये फंस गये है।
इस बीच किसानों ने आरोप लगाया कि सहकारी समितियों में संसाधनों की कमी के कारण गेहूं की गुणवत्ता में कमी आई है।