केंद्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद वेंकटेश जोशी ने भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ लिमिटेड (नेफेड) की नई दिल्ली में बिक्री के लिए तैनात मोबाइल वैन को झंडी दिखाकर 35 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज की खुदरा बिक्री की शुरुआत की।
इस कार्यक्रम ने उपभोक्ताओं को सस्ते मूल्य पर आवश्यक प्याज़ उपलब्ध कराने के लिए सरकारी बफर भंडार से प्याज की कैलिब्रेटेड और लक्षित रिलीज की शुरुआत की।
जोशी ने नई दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि खाद्य मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखना भारत सरकार की प्राथमिकता है और मूल्य स्थिरीकरण उपायों के माध्यम से कई प्रत्यक्ष उपायों ने हाल के महीने में मुद्रास्फीति दर को नीचे लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
केंद्रीय मंत्री महोदय ने कहा, “हमारे पास रबी फसल से उपलब्ध प्याज का बफर भंडार 4.7 लाख टन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में शुरू किए गए मूल्य स्थिरीकरण कोष का उद्देश्य आवश्यक वस्तुओं के मूल्य बढ़ने पर बाजार में इसके नियंत्रण के उपाय करना है। जोशी ने कहा कि प्याज की खुदरा बिक्री से देश भर के उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।”
बफर से प्याज का लक्षित निपटान खाद्य मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने और स्थिर मूल्य व्यवस्था बनाए रखने के केंद्र सरकार के प्रयासों का एक अभिन्न अंग है।
प्याज का लक्षित निपटान प्रमुख उपभोग केंद्रों में भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ लिमिटेड (नेफेड) की दुकानों और मोबाइल वैन, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और केंद्रीय भंडार और सफल की दुकानों के माध्यम से खुदरा बिक्री के साथ शुरू किया जा रहा है।
प्याज की कीमतों के रुझान के अनुसार प्याज की मात्रा और निपटान चैनलों को बढ़ाया, गहरा, तेज़ और विविध किया जाएगा। भारत सरकार का उपभोक्ता कार्य विभाग देश भर के 550 केंद्रों से आने वाले प्याज समेत 38 वस्तुओं की दैनिक कीमतों की निगरानी कर रहा है। दैनिक मूल्य डेटा और तुलनात्मक रुझान बफर भंडार से प्याज जारी करने की मात्रा और गंतव्यों पर निर्णय के लिए महत्वपूर्ण सुझाव हैं।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और मुंबई में आज से प्याज का खुदरा बिक्री शुरू हो रही है। इसके बाद अगले एक सप्ताह में एजेंसियां कोलकाता, गुवाहाटी, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु, अहमदाबाद, रायपुर और भुवनेश्वर में भी इसकी शुरूआत करेंगी। सितंबर के तीसरे सप्ताह तक पूरे भारत में इस प्रकार से प्याज़ की बिक्री शुरू हो जाएगी।