कर्नाटक महार्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम घोटाले में बड़ा खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हैदराबाद स्थित फर्स्ट फाइनेंस कोऑपरेटिव सोसाइटी के चेयरमैन सत्यनारायण इतकारी को 2 प्रतिशत कमीशन के रूप में 68 लाख रुपये प्राप्त हुए हैं।
उन्होंने निगम के बैंक खाते से 89.62 करोड़ रुपये 18 फर्जी खातों में ट्रांसफर किए। विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अपनी जांच में 51.11 करोड़ रुपये नकद, 11.70 करोड़ रुपये मूल्य का सोना और कई लग्जरी कारें बरामद की हैं।
इस मामले में इतकारी समेत चार आरोपियों को अदालत ने सशर्त जमानत दी है, यह देखते हुए कि उनकी हिरासत जांच के लिए जरूरी नहीं है। हालांकि, एसआईटी को आवश्यकता पड़ने पर जमानत रद्द करने का अधिकार दिया गया है।