सुप्रीम कोर्ट ने पुणे स्थित सेवा विकास कोऑपरेटिव बैंक के पूर्व चेयरमैन अमर साधुराम मुलचंदानी को चिकित्सीय आधार पर अंतरिम जमानत प्रदान की है।
मुलचंदानी पर 429 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का गंभीर आरोप है। उन्हें पिछले साल 1 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था, और उनके खिलाफ पुणे पुलिस द्वारा दर्ज कई एफआईआर के आधार पर मामला चल रहा है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का आरोप है कि मुलचंदानी ने बैंक को पारिवारिक व्यवसाय की तरह संचालित किया और रिश्वत लेकर ऋण मंजूर किए।
इस वजह से 92% से अधिक ऋण एनपीए (नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स) बन गए, जिसके चलते बैंक का पतन हुआ और अंततः भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया।