
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक के ‘स्वर्णिम शताब्दी समापन महोत्सव’ को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि बैंक में कम्प्यूटरीकरण, पारदर्शिता और ऋण देने की प्रणाली में सुधार किए गए हैं, जिसके चलते बैंक शून्य एनपीए पर पहुंच चुका है। यह किसानों और जमाकर्ताओं के लिए गौरव की बात है।
अमित शाह ने कहा कि अपने 100 वर्षों के गौरवशाली इतिहास में अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक ने लाखों किसानों और पशुपालकों की कई पीढ़ियों के जीवन में समृद्धि लाने का काम किया है। पिछले 25 वर्षों में बैंक ने शत-प्रतिशत ई-बैंकिंग जैसी आधुनिक सुविधाओं को अपनाया, जिससे जमाकर्ताओं का विश्वास और अधिक मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा कि बैंक की सफलता का माध्यम प्रचार नहीं, बल्कि सेवा होना चाहिए।
गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आजादी के बाद से सहकारिता क्षेत्र की लंबे समय से मांग थी कि एक अलग सहकारिता मंत्रालय बने। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मांग को पूरा किया और सहकारिता मंत्रालय ने अब तक 60 से अधिक महत्वपूर्ण पहल की हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने 5 वर्षों में 2 लाख नई सहकारी समितियां बनाने का लक्ष्य रखा है और देश की हर पंचायत में एक प्राथमिक सहकारी समिति की स्थापना सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए मॉडल बायलॉज तैयार कर कई नई गतिविधियों को पैक्स के साथ जोड़ा गया है।
अमित शाह ने घोषणा की कि आने वाले दिनों में राष्ट्रीय स्तर पर ड्राइवरों के लिए एक राष्ट्रीय कोऑपरेटिव टैक्सी प्रबंधन संस्था स्थापित की जाएगी। साथ ही, भारत में कुल बीज उत्पादन का 25 प्रतिशत सहकारी क्षेत्र से करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक को 572 सहकारी समितियों के साथ मिलकर बहुद्देश्यीय राष्ट्रीय सहकारी समितियों का सदस्य बनना चाहिए, जिससे बैंक की पहुंच और प्रभाव बढ़े।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक अगले 100 वर्षों में और अधिक प्रासंगिक बनकर अपनी द्विशताब्दी का भी उत्सव मनाएगा। उन्होंने कहा कि सहकारिता क्षेत्र में हो रहे व्यापक सुधारों के बीच बैंक की उपयोगिता और नागरिकों का इस पर विश्वास बढ़ाना प्राथमिकता होनी चाहिए।