जीसीएमएमएफ, विशाल सहकारी डेयरी ने 31 मई को वार्षिक आम बैठक की और सभी मोर्चों पर अपने विकास का ऐलान किया।
अध्यक्ष पार्थी भतोल ने विश्व प्रसिद्ध अमूल ब्रांड का उनके नेतृत्व में तेजी से विकास के लिए संतोष व्यक्त किया।
इस अवसर पर भारतीय सहकारिता डॉट कॉम ने बनास डेयरी विवाद, दूध की खरीद से सहकारी राजनीति तक विभिन्न मुद्दों पर उनसे बातचीत की जिसके कुछ अंशः
प्रश्न- क्या आपको लगता है कि आपने सब अच्छी तरह से किया है, आपका अगला कदम क्या होगा?
भतोल: 20 प्रतिशत की वृद्धि हासिल करना कोई मामूली उपलब्धि नही है। हमने करीब 12 हजार करोड़ का प्रभावशाली कारोबार हासिल किया है। इस साल हमारी 14,400 करोड़ रुपये का आँकड़ा छूने की योजना है।
लेकिन हमारी महत्वाकांक्षा दूध को देश के सभी प्रमुख शहरों में पहुँचाना हैं।
प्रश्न- लेकिन औसत उपभोक्ता की लागत के रूप में अमूल दूध की दर में फिर संशोधन किया जाएगा?
भतोल: कई कारणों से दूध महंगा हो रहा है, पशुओं के फ़ीड की बढ़ती लागत से मांग और आपूर्ति के बीच का अंतर भी बढ़ा हैं, जिसके शिकार आम उपभोक्ता होते है।
प्रश्न- लेकिन जीसीएमएमएफ अपने सदस्य किसानों को सबसे अच्छा लाभ देता है जबकि अन्य डेयरी सदस्यों के साथ ऐसी बात नही है।
भतोल: हम सबसे कुशल तरीके से और पूर्ण ईमानदारी के साथ व्यापार करते है। हम अपने लाभ को अधिकतम करने के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते है। अन्य दूध सहकारी समितियों को अभी भी पुराने उपकरणों पर चलाया जा रहा है।
दूसरों की तुलना में हमारा परिवहन पर खर्च भी कम है।
अन्त में और सबसे महत्वपूर्ण बात, राज्य सरकार की ओर से कोई हस्तक्षेप नहीं है, लेकिन अन्य राज्यों में स्थिति भिन्न है।
प्रश्न- लेकिन बनास डेयरी संघ जिसके आप अध्यक्ष हैं उस पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे है?
भतोल: चुनाव के समय सत्ता पर कब्जा करने की इच्छा से निराधार आरोप लगाए जा रहें है। अभी दो चुनाव होने हैं, जीसीएमएमएफ में 25 जून और उन्हीं महीनें में बनास पर दूसरा।
उनका मानना है कि इससे उन्हें मदद मिलेगी, लेकिन मुझ में सदस्यों का भरपूर विश्वास है।
प्रश्न- बनास सहकारी दुग्ध संघ इतना अच्छा कैसे कर रहा है?
भतोल: जब मैंने यह पदभार संभाला तब यह दूध की खरीद में दसवें नंबर पर था। लेकिन अब यह नंबर 2 की स्थिति पर है, नंबर एक और नंबर दो के बीच का अंतर प्रति दिन 10 लाख लीटर है।
जब आपका काम बोलता है, तब विरोधियों को अपनी विश्वसनीयता खोना पड़ती है। बनास के मामले में भी इसी तरह कुछ हुआ है।
प्रश्न- लेकिन सभी आरोप बिना आधार के नहीं हो सकते है?
भतोल: जब आपका मतलब केवल व्यापार से है और आप कई पारदर्शी निर्णय ले रहे हैं तब ऐसा ही होता है, जैसे हमने कई गलत लोगों को हटा दिया है।
लेकिन चुनाव के इस माहौल में सदस्यों का मेरे ऊपर पूरा विश्वास है और मुझे भगवान पर पूरा भरोसा है और इसके अलावा दुनिया में किसी भी चीज का डर नही है।