एक स्व-सहायता समूह (एसएचजी) से जुड़ी लगभग 800 महिलाओं को एक नकली स्वास्थ्य देखभाल केंद्र के तीन महिलाओं सहित चार लोगों ने ठगने का काम किया है।
पुलिस का कहना है कि ठगनेवालों से पांच लाख रुपये पहले ही बरामद किए जा चुके है।
अभियुक्तों ने इन्हें वादा किया था कि वे उन्हें एक लाख रुपये का ऋण दिलवाएँगे पर उसके लिए उन्हें सदस्यता शुल्क के रुप में 2,750 रुपए का भुगतान करना होगा। स्वयं सहायता समूह के सदस्यों ने लालच में आकर पैसे दे दिए थे।
पुलिस ने सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जाँच शुरु कर दी है।