भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकिंग विनियमन अधिनियम के उल्लंघन के लिए एक व्यवसायिक एवं औद्योगिक सहकारी बैंक मर्यादित, मुरैना (मध्य प्रदेश) पर जुर्माना लगाया है।
बैंक को निर्देशों और अनुदेशों पर भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा निर्देशों, क्रेडिट जोखिम पर असुरक्षित अग्रिमों पर अधिकतम सीमा के उल्लंघन के लिए दंडित किया किया गया।
भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक से लिखित में उत्तर माँगने के साथ बैंक को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था। बैंक का प्रश्नों के लिखित में उत्तर देने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक को उक्त उल्लंघन का दोषी पाया और बैंक को दण्डित किया।
महाराष्ट्र में स्थित दो अन्य शहरी सहकारी बैंकों की दिशा-निर्देशों की वैधता अवधि को छह महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। जिसमें से कोल्हापुर के शिवाजी सहकारी बैंक को 25 अक्टूबर, 2012 से 24 अप्रैल, 2013 तक के लिए 6 महीने की राहत मिली है।
अहमदनगर के राहुरी में एक अन्य बैंक अभिनव सहकारी बैंक के दिशा-निर्देशों की वैधता अवधि को 17 अक्टूबर, 2012 से 16 अप्रैल, 2013 तक अर्थात् छह महीने की अवधि के लिए आगे बढ़ा दिया गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने चेतावनी दी है कि उक्त संशोधन को बैंक की वित्तीय स्थिति से आरबीआई की संतुष्टि नही मानी जानी चाहिए।