आइ सी एम में अध्यक्ष के मनमाने ढंग से नियुक्ति के विषय में कृषि मंत्रालय ने भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (एनसीयुआई) से पूछताछ की।
एनसीसीटी के करीब 21 संस्थान को-ऑपरेटिव मैनेजमैंट (आईसीएम) देश भर में फैले हुए है। मंत्रालय के नवीनतम पत्र से उनके बीच में हड़कंप मचा हुआ है। आइ सी एम के लगभग सभी अध्यक्ष नियुक्त किए गए है।
एनसीयुआई के अधिकारियों ने पत्र की जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया हालांकि उन्होने इसकी प्राप्ति की बात को स्वीकार किया।
तत्कालीन सहायक निदेशक एमएस तलवार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्य सहकारी यूनियन के अध्यक्ष आइ सी एम के पदेन अध्यक्ष हो सकते है।
लेकिन दिशा निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन किया गया है, अध्यक्ष के पद का राजनीतिक स्वार्थों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। चंडीगढ़ आइ सी एम के अध्यक्ष के रूप में राजेन्द्र शर्मा की नियुक्ती एक ऐसा ही मामला है, ऐसा उनका तर्क है।
एनसीसीटी पूरी तरह से मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित है और किसी को भी उसके जागीर के रूप में उपयोग की अनुमति क्यों दी जाना चाहिए, उन्होंने भारतीय सहकारिता को बताया।
इस मुद्दे पर मंत्रालय के इस तरह से अचानक से जागने के बारे में अंदरूनी सूत्रों ने भारतीय सहकारिता को बताया कि ऐसा एक अध्यक्ष द्वारा की गई शिकायत हो सकती है, क्योंकि उन्हें अपनी नौकरी हाल ही में खोना पड़ी है।