प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी के उद्भव से देश के सहकारी नेता अचानक एकजुट हो गए हैं और वे उन्हें इस क्षेत्र के लिए एक मसीहा के रूप में देख रहे हैं.
भारत की उन्नति में कोई संदेह नहीं साथ ही सहकारी समितियों का भी विकास होगा, एनसीयूआई के वाइस चेयरमैन जी एच अमीन ने कहा. उन्होंने कहा कि तेजी से निर्णय लेने और मुद्दों के त्वरित निपटान के लिए उनमें एक लगन है.
कुछ कॉरपोरेटर्स ने अपनी प्रतिक्रियाओं व्यक्त की है जो निम्नलिखित हैं.
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