यदि मोदी सरकार के सोमवार के शपथ ग्रहण समारोह को अंबानियों और अदानियों की उपस्थिति के साथ कंपनी के अनुकूल देखा गया तो यह सहकारी क्षेत्रों के लिए भी समान रूप से अनुकूल सरकार के होने का संकेत है.
बहुत से सहकारी नेताओं को राष्ट्रपति भवन से इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में भाग लेने का निमंत्रण प्राप्त हुआ था. राष्ट्रीय सहकारी संघ के उपाध्यक्ष जी.एच. अमीन ने नारायण भाई पटेल के साथ शीर्ष सहकारी निकाय का प्रतिनिधित्व किया.
इफको के प्रबंध निदेशक यूएस अवस्थी को भी आमंत्रित किया गया था और उन्होंने भी कार्यक्रम में भाग लिया. इफको अपने विशाल टर्न ओवर के कारण सहकारिता और एक कंपनी दोनों की श्रेणी में अता हैं. शायद डॉ. अवस्थी को इसीलिए कॉर्पोरेट श्रेणी में ही आमंत्रित किया गया था. एक संक्षिप्त उत्तर में डॉ. अवस्थी इस बात की पुष्टी की.
ज्योतिन्दर मेहता, जिनके शहरी सहकारी बैंक में प्रधानमंत्री का बचत खाता है, को भी समारोह के लिए आमंत्रित किया गया था.
अन्य उल्लेखनीयों में सहकार भारती के अध्यक्ष सतीश मराठे और विजाजी देअंगन शामिल थे. समारोह में भाग लेने वाले कई अन्य cooperators के बारे में बाद में मालूम हो सकता है.