स्वर्ण ऋण जारी करने में गंभीर अनियमितताओं से जुडा एक घोटाला कर्नाटक के शिमोगा जिला के केंद्रीय सहकारी बैंक में प्रकाश में आया है. जिला अपराध खुफिया ब्यूरो ने चार कर्मचारियों सहित पांच लोगों को हिरासत ले लिया है और जांच शुरू हो गई है.
एक अनुमान के अनुसार, घोटाले से बैंक को 68 करोड़ का नुकसान पहुंचा है. पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 406 और 420 के तहत घोटालेबाजों को बुक किया है.
पुलिस के अनुसार, 486 व्यक्तियों को ऋण नकली सोने के पर दिया गया और 183 व्यक्तियों को ऋण बिना सोना गिरवी रखे जारी किया गया था. नियमों के अनुसार, सोने के मूल्य का 75 प्रतिशत ऋण के रूप में जारी किया जाना चाहिए. 76 व्यक्तियों को जारी किए गए ऋण की राशि इस सीमा को पार कर गई है.
घोटाले के रहस्योद्घाटन के बाद, सैकड़ों ग्राहकों ने बैंक में जमा पैसे और सोने वापस ले लिया. एक स्रोत के अनुसार ग्राहकों ने पहले ही बैंक से 50 लाख रुपये से अधिक वापस ले लिया था.