देश में बीमार उर्वरक संयंत्रों को पुनर्जीवित करने के लिए मोदी सरकार द्वारा एक प्रयास किया जा रहा है. संबंधित मंत्री अनंत कुमार ने सोमवार को इस दिशा में एक कदम उठाया है. श्री कुमार ने इस्पात और खान मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ एक बैठक किया.
मंत्रियों के समूह ने फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड (FCIL) और हिंदुस्तान फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचएफसीएल) की बीमार इकाइयों के पुनरुद्धार से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की.
सिंदरी (झारखंड), गोरखपुर (उत्तर प्रदेश), रामागुंडम (आंध्र प्रदेश) और तालचर (उड़ीसा) की FCIL बीमार इकाइयां और कोरबा (छत्तीसगढ़) की अनकमीशन्ड उर्वरक इकाइयों को गैस की आपूर्ति से संबंधित और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया से जुडे भूमि से संबंधित मुद्दे हैं.
बिहार में बरौनी और पश्चिम बंगाल में दुर्गापुर और हल्दिया में एचएफसीएल के उर्वरक इकाइयों के पुनरुद्धार से संबंधित समस्याओं पर भी सोमवार की बैठक में चर्चा की गई.
पाठकों को पता होगा कि देश में उर्वरक की 25 प्रतिशत से अधिक की आवश्यकताओं की पूर्ति इफको देश भर में फैले अपने 40 हजार सदस्य सहकारी समितियों के माध्यम से करता है.