इस बात से कोई असहमत नहीं है कि प्रधानमंत्री की नजरों में सहकारिता मंत्री का महत्व सहकारी आंदोलन के लिए अच्छी खबर है. वही स्थिति वर्तमान कृषि और सहकारिता मंत्री श्री राधा मोहन सिंह के साथ है.
जापान के लिए अपने युगांतरकारी यात्रा पर होने के बावजूद प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सहकारिता मंत्री को जन्मदिन की बधाई देने के लिए समय निकाल लिया.
यू.पी.ए. से आज स्थिति अलग है. उस समय मंत्री शरद पवार एक अलग पार्टी से थे और कांग्रेस के साथ असहमति की निरंतर एक अंतर्धारा बहती थी. कई मौके पर पवार ने शिकायत की कि महत्वपूर्ण मुद्दों पर उन्हें दरकिनार किया जा रहा था.
इसके विपरीत, राधा मोहन सिंह को प्रधानमंत्री का विश्वास प्राप्त है और उन्हें “अच्छी सलाह मिल रही है जिससे वह नीति और कार्यान्वयन दोनों के स्तर पर सहकारी आंदोलन के लिए कई काम कर सकते हैं.