नवयुवक सहकारी नेताओं द्वारा बीमार सहकारी संगतों में नए ऊर्जा के संचार की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यहाँ हम बात आदित्ययादव की कर रहे है जो उत्तर प्रदेश में स्थित प्रादेशिक सहकारी संघ (पीसीएफ) के अध्यक्ष है। पीसीएफ को कई वर्षों से खाद्यान्न की खरीद में घटा हो रहा है।
आदित्य यादव ने फेसबुक पर एक पोस्ट पर स्वीकारा कि दिन-प्रतिदिन सहकारी क्षेत्र कमज़ोर होता जा रहा है। यह सब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की वज़ह से हो रहा है,क्योकि ये कंपनिया राज्यों के किसानों से खाद्यान्न को प्रत्यक्ष रूप से खरीद रही है।
समिति से खाद्यान्न की खरीद में कमी आने के कारण इसको फिर से पुनर्जीवित करने के अलवा हमारे पास और कोई विक्लप नहीं है, या फिर हमें अपने व्यापार में फेरबदल करना होगा। आदित्य का मानना है कि पीसीएफ अब बड़े पैमाने पर अचल संपत्ति में निवेश करेगा।
नए युग के सहकारी नेता यादव ने कहा कि सभी सहकारी समितियों से निवेदन है कि वो आपना सुझाव दे और बताए कि पीसीएफ को कैसे उभारा जाए।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हमें राज्य में जरूरत के हिसाब से उर्वरक प्रदान करने कि मंजूरी नहीं देता है।श्री यादव ने केंद्र से अनुमति मंगी है ताकि पीसीएफ खुद विदेश से इसे से इसे आयात कर सका।
हाल ही में श्री यादव, अंतर्राष्ट्रीय सहकारी एलायंस के निदेशकों में से एक चुने गए हैं। भारत की तरफ से आदित्य एकमात्र उम्मीदवार थे।