इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस अवस्थी मंगलवार को जॉर्डन दौरे से लौटने के बाद एक बहेद ही प्रसन्न मूड में रहेंगे। बात दरसल ये है कि इफको के जॉर्डन प्रोजेक्ट से खाद का निकलना शुरू हो गया है और देश के लाखों किसानों के चहेरों पर मुस्कान आ जाना स्वाभाविक हैं।
इफको और जॉर्डन फॉस्फेट खान कंपनी लिमिटेड (जेपीएमसी) ने अम्मान में मार्च 2008 को मिलकर जॉर्डन इंडियन उर्वरक(जीफको)नामक कंपनी का गठन किया था। 1 दिसम्बर से इफको के इस संयंत्र का कामकाज शुरू हो गया है। ये प्रोजेक्ट $860 मिलियन डॉलर का है।
जॉर्डन फॉस्फेट खान कंपनी लिमिटेड, जॉर्डन में फॉस्फेट खानों में अवल स्थान पर है। डॉ अवस्थी जीफको की बैठक में भाग लेने के लिए जॉर्डन दौरे पर गए थे।
एम.डी. ने ट्वीट कर कहा कि जीफको का फॉस्फोरिक एसिड प्रोजेक्ट को $860 मिलियन डालर पर भुनाने के लिए बहुत-बहुत बधाई। 1 दिसम्बर से इस प्रोजेक्ट का परिचालन शुरू किया गया है। जे.पी.एम.सी और इफको टीम को धन्यवाद ।
एक अन्य ट्वीट में अवस्थी ने लिखा कि इफको, जे.पी.एम.सी, जीफको के लिए संयंत्र का सफल होना एक सुखद अनुभव है।
इफको के जनसंपर्क के प्रमुख हर्शैन्द्र वर्धन ने बिना वक्त गवाएं इफको की उपलब्धि को फैसबुक और ट्विटर के जरिए दुनिया भर में जाहिर किया है। वर्धन ने अपने ट्वीट में लिखा कि इफको के एम.डी यू.एस.अवस्थी से एक अच्छी खबर मिली है कि जिफको ने फॉस्फोरिक एसिड प्रोजेक्ट का $860 मिलियन डालर पर कार्य शुरू किया है।
भारतीय सहकारिता ने इफको के दिग्गज अधिकारियों से बात की तो उन्होनें इसे एक ऐतिहासिक घटना बताई है।